Ration Card Update 2025 – फ्री राशन योजना (Free Ration Scheme) गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं रही है। हर महीने लाखों परिवारों को सरकार की ओर से गेहूं, चावल, नमक, दाल, तेल आदि मुफ्त में मुहैया कराया जाता है। लेकिन इसी योजना में कई लोग फर्जी तरीके से फायदा उठा रहे थे। अब जिला प्रशासन ने ऐसे फर्जी लाभार्थियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिले में चल रहे सत्यापन अभियान में करीब 29 हजार फर्जी यूनिट पकड़ी गई हैं और अब 15 हजार से ज्यादा नाम राशन कार्ड से काटे जा रहे हैं।
कैसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा?
जिलापूर्ति अधिकारी कार्यालय ने जब राशन कार्ड धारकों का विस्तृत सत्यापन शुरू किया तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आए।
- लगभग 15 हजार ऐसे नाम मिले जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, फिर भी उनके नाम से अब तक हर महीने राशन उठाया जा रहा था।
- 14 हजार यूनिट उन लोगों के नाम पर थे जो अब दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, उत्तराखंड जैसे राज्यों में नौकरी या शादी के बाद स्थायी रूप से बस चुके हैं, फिर भी वे यहां से मुफ्त राशन ले रहे थे।
सालों से चल रहा था खेल
यह कोई एक-दो महीने की बात नहीं है। ये फर्जीवाड़ा कई वर्षों से चला आ रहा था। जिन लोगों की मृत्यु हो चुकी थी या जिनकी बेटियां विवाह के बाद अन्य राज्यों में बस गई थीं, उनके नाम अब तक राशन कार्ड में शामिल थे। उनके नाम पर अनाज उठाया जा रहा था, जो कि पूरी तरह गैरकानूनी है। यह सब प्रशासनिक लापरवाही और ई-केवाईसी न होने के कारण मुमकिन हो पाया।
डीएम ने दिए सख्त निर्देश
अब जब यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ, तो जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
- जिलापूर्ति विभाग को आदेश दिए गए कि सभी यूनिट्स का पुनः सत्यापन किया जाए।
- फर्जी या गलत नामों को राशन कार्ड से हटाया जाए ताकि जो वास्तव में इस योजना के पात्र हैं, उन्हें ही इसका लाभ मिल सके।
- ऐसे लोग जो ई-केवाईसी नहीं करा पाए हैं, उनके राशन कार्ड भी जल्द ही ब्लॉक किए जा सकते हैं।
क्या कहता है प्रशासन?
जिलापूर्ति अधिकारी चमन शर्मा ने स्पष्ट किया कि अब राशन कार्ड योजना पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म और सत्यापन के आधार पर चलेगी।
- अगर किसी का राशन कार्ड बिना ई-केवाईसी के चल रहा है, तो उसे तुरंत नजदीकी जनसेवा केंद्र जाकर अपना ई-केवाईसी पूरा कराना होगा।
- जो लोग इस प्रक्रिया में लापरवाही करेंगे, उनका नाम राशन योजना से हटाया जा सकता है।
असली जरूरतमंदों को मिलेगा लाभ
सरकार की मंशा साफ है – फ्री राशन का लाभ सिर्फ उन लोगों को मिलना चाहिए जो वाकई इसके हकदार हैं।
- जिन फर्जी लाभार्थियों के नाम अब हटा दिए जाएंगे, उनकी जगह नए जरूरतमंदों को योजना में शामिल किया जाएगा।
- इससे योजना पारदर्शी बनेगी और असली लाभार्थियों को उनका हक मिलेगा।
राशन कार्ड से जुड़ी जरूरी बातें
अब तक आपने अगर ई-केवाईसी नहीं कराया है, तो जल्द से जल्द ये काम कर लें।
- जनसेवा केंद्र या CSC सेंटर पर जाकर आप यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
- साथ ही यह सुनिश्चित करें कि आपके परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी सही और अपडेटेड हो।
समाज पर असर
इस तरह की कार्रवाई से सरकार और प्रशासन की गंभीरता और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता नजर आती है।
- इससे जरूरतमंद परिवारों को राहत मिलेगी जो अब तक फर्जी लाभार्थियों की वजह से योजना के तहत आने के बावजूद वंचित रह जाते थे।
- फर्जी राशन कार्डधारियों पर लगाम लगने से लाखों क्विंटल अनाज की बर्बादी भी रुकेगी और सही हाथों तक सहायता पहुंचेगी।
क्या हो अगर आपका नाम काटा जाए?
अगर किसी को लगता है कि उसका नाम बिना वजह हटाया गया है, तो वह अपने क्षेत्रीय राशन विभाग या पूर्ति कार्यालय से संपर्क कर सकता है।
- दस्तावेज दिखाकर दोबारा नाम जोड़ने की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
- आपको अपनी पहचान, परिवार की जानकारी, निवास प्रमाण और इनकम से जुड़े दस्तावेज देने होंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार की फ्री राशन योजना जरूरतमंदों के लिए बनी है, लेकिन कुछ लोगों की धोखाधड़ी ने इसे नुकसान पहुंचाया। शाहजहांपुर जैसे जिलों में चल रही जांच से यह स्पष्ट है कि अब सरकार गंभीर है और सिर्फ योग्य लोगों को ही लाभ देना चाहती है।
अगर आप भी इस योजना के तहत लाभ ले रहे हैं तो समय रहते अपनी ई-केवाईसी करवाएं और सभी दस्तावेज अपडेट रखें। नहीं तो अगली लिस्ट में आपका नाम भी कट सकता है।