Senior Citizen Concessions Update – देश में ट्रेन से सफर करना करोड़ों लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। चाहे लंबी दूरी की यात्रा हो या रोजाना का सफर, ट्रेन आरामदायक होने के साथ-साथ किफायती भी है। खासकर हमारे सीनियर सिटीजंस के लिए ट्रेन सफर एक सुरक्षित और सुविधाजनक तरीका होता है। भारतीय रेलवे हमेशा से बुजुर्ग यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर कई तरह की सुविधाएं देती आई है।
लेकिन कोविड-19 महामारी के दौरान कई सुविधाएं थोड़े समय के लिए बंद कर दी गई थीं। उन्हीं में से एक थी ट्रेन टिकट पर सीनियर सिटीजंस को मिलने वाली छूट। अब रेलवे मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है कि 20 मई 2025 से यह छूट फिर से शुरू हो रही है, लेकिन इस बार कुछ खास शर्तों के साथ। इसका मकसद यह है कि छूट सिर्फ उन्हीं बुजुर्गों को मिले जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।
तो आइए विस्तार से जानते हैं रेलवे के नए नियम और इस छूट के बारे में जरूरी बातें।
रेलवे का नया नियम क्या है?
20 मई 2025 से रेलवे टिकट में सीनियर सिटीजंस को छूट देने वाली सुविधा फिर से शुरू हो रही है। लेकिन यह सुविधा पहले जैसी सभी वरिष्ठ नागरिकों को नहीं मिलेगी। अब यह छूट केवल कुछ खास सीनियर सिटीजंस के लिए ही होगी।
- किसे मिलेगी छूट?
- महिलाओं की उम्र 60 साल या उससे ऊपर होनी चाहिए।
- पुरुषों की उम्र 65 साल या उससे ऊपर होनी चाहिए।
- इस उम्र के बुजुर्ग ही रेलवे टिकट पर छूट का लाभ उठा पाएंगे।
- किस क्लास में मिलेगी छूट?
रेलवे ने साफ कर दिया है कि यह छूट केवल जनरल (साधारण) और स्लीपर क्लास के टिकटों पर ही लागू होगी। यानी AC कोच और अन्य प्रीमियम कोच में इस छूट का लाभ नहीं मिलेगा। - छूट की दर क्या होगी?
पहले महिलाओं को 50 प्रतिशत और पुरुषों को 40 प्रतिशत छूट मिलती थी। लेकिन अब इस छूट को घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब बुजुर्गों को कम छूट मिलेगी, लेकिन जो सीनियर सिटीजंस सबसे ज्यादा जरूरतमंद हैं, उन्हें यह फायदा मिलेगा। - किसको मिलेगी छूट?
केवल Non-AC डिब्बों में सफर करने वाले बुजुर्गों को यह छूट मिलेगी। इस फैसले के पीछे रेल मंत्रालय का यह तर्क है कि यह छूट उन लोगों को मिले जो अधिकतर सस्ते टिकटों पर यात्रा करते हैं।
रेलवे ने क्यों लिया यह फैसला?
रेल मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि पहले यह स्कीम सरकारी फंड से चलती थी, जिसमें हर साल हजारों करोड़ रुपये खर्च होते थे। लेकिन अब सरकार ने इस खर्च को सीमित करने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि पैसे का इस्तेमाल अब ज्यादा जरूरतमंद सीनियर सिटीजंस को फायदा पहुंचाने में किया जाएगा।
सरकार का मकसद है कि ये सुविधा सही लोगों तक पहुंचे और इसका फायदा उन बुजुर्गों को मिले जो सच में आर्थिक रूप से कमजोर हैं या जिन्हें टिकट पर छूट की ज्यादा जरूरत है।
छूट का फायदा उठाने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स
बुजुर्गों को टिकट बुक करते समय कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी, ताकि यह साबित किया जा सके कि वे छूट के पात्र हैं। ये डॉक्यूमेंट्स हैं:
- आधार कार्ड – उम्र और पहचान प्रमाण के लिए।
- बीपीएल (Below Poverty Line) कार्ड या सामाजिक पेंशन प्रमाण पत्र – यह दिखाने के लिए कि आप आर्थिक रूप से वंचित या सहायता पात्र हैं।
- IRCTC ऑनलाइन टिकट बुकिंग करते समय ‘Senior Citizen with Concession’ विकल्प चुनना होगा।
इन डॉक्यूमेंट्स के बिना बुजुर्गों को छूट नहीं मिलेगी। यह नियम रेलवे की तरफ से पारदर्शिता और सही लाभार्थी तक सुविधा पहुंचाने के लिए लागू किया गया है।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग में क्या ध्यान रखें?
IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जब आप बुजुर्ग के लिए टिकट बुकिंग कर रहे हों, तो ‘Senior Citizen with Concession’ ऑप्शन जरूर चुनें। यह ऑप्शन केवल उन्हीं यात्रियों के लिए उपलब्ध होगा जिनकी उम्र और अन्य शर्तें नियम के अनुसार पूरी होती हैं।
अगर आप इस विकल्प को चुनते हैं, तो आपको टिकट के कुल मूल्य में 30% की छूट मिल जाएगी। लेकिन ध्यान रखें कि यह छूट केवल जनरल और स्लीपर क्लास टिकटों पर ही मिलेगी।
छूट का सीमित होना बुजुर्गों के लिए क्यों जरूरी?
यह फैसला कुछ लोगों को कम पसंद आएगा, क्योंकि पहले बुजुर्गों को ज्यादा छूट मिलती थी। लेकिन रेलवे का तर्क यह है कि हर साल भारी सब्सिडी देने से फंड खत्म हो जाता था और सभी बुजुर्गों को बराबर फायदा नहीं मिल पाता था।
इसलिए अब यह छूट केवल आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद बुजुर्गों तक सीमित रखी गई है ताकि सरकारी फंड का सही उपयोग हो सके।
आखिरकार क्या करें बुजुर्ग यात्री?
- अगर आप 60 साल से ऊपर महिला हैं या 65 साल से ऊपर पुरुष हैं, तो टिकट बुकिंग करते समय अपने जरूरी डॉक्यूमेंट तैयार रखें।
- जनरल या स्लीपर क्लास की यात्रा करें, ताकि छूट का फायदा मिल सके।
- ऑनलाइन टिकट बुकिंग में ‘Senior Citizen with Concession’ ऑप्शन जरूर चुनें।
- बीपीएल कार्ड या पेंशन प्रमाण पत्र जैसे डॉक्यूमेंट साथ रखें, ताकि अगर जरूरत पड़ी तो सत्यापन हो सके।
रेलवे ने अपने इस नए नियम के जरिए यह सुनिश्चित किया है कि टिकट छूट सुविधा सही लोगों तक पहुंचे। बुजुर्ग यात्रियों के लिए यह राहत की बात है, लेकिन अब उन्हें थोड़ा अधिक सावधानी बरतनी होगी। सरकार की कोशिश है कि आर्थिक दृष्टि से कमजोर बुजुर्गों को प्राथमिकता मिल सके।
यदि आप नियमों को समझकर सही तरीके से टिकट बुकिंग करेंगे, तो आप भी 20 मई के बाद इस छूट का लाभ उठा पाएंगे।